भौतिक प्रगति:
बांध का उत्खनन: लगभग 94.60% उत्खनन कार्य पूर्ण हो चुका है। ब्लॉक-1 (एनओएफ) बाएं किनारे और ब्लॉक-5 (एनओएफ) दाएं किनारे पर बांध की कंक्रीटिंग का कार्य प्रगति पर है।
डी-सिल्टिंग चैंबर: उत्खनन का कार्य पूर्ण हो चुका है और सभी 3 डीसी में लगभग 71.60% लाइनिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष लाइनिंग का कार्य जनवरी’ 2025 तक पूर्ण होने का लक्ष्‍य है।
डीबीएम द्वारा एचआरटी: उत्खनन कार्य पूर्ण हो चुका है। कर्ब कंक्रीटिंग और ओवर्ट लाइनिंग का कार्य क्रमशः 883 मीटर और 805 मीटर की लंबाई तक पूर्ण हो चुका है।
टीबीएम ऑपरेशन: 3084 मीटर एचआरटी का निर्माण किया गया है और इसके बाद का एचआरटी का निर्माण कार्य प्रगति पर है। वीपीएचईपी में सितंबर, 2024 के दौरान 25.09.2024 को एक दिन मे 29 मीटर की रिकार्ड प्रगति के साथ 500 मीटर/माह (509 मीटर) से अधिक की प्रगति दर्ज की गई है।
मशीन हॉल में: यूनिट-1 क्षेत्र में, क्रेन बीम के निचले भाग तक क्रेन बीम कॉलम का लगभग 48% कॉस्टिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य प्रगति पर है। यूनिट-1 में ड्राफ्ट ट्यूब लाइनर का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। यूनिट-4 पिट का उत्खनन का कार्य प्रगति पर है।
ट्रांसफार्मर हॉल: जीआईएस फ्लोर तक सभी 62 स्तंभों का लगभग 12.50% कंक्रीटिंग कार्य पूर्ण हो चुका है एवं शेष कार्य प्रगति पर है।
• टीआरटी में लगभग 77.80% हेडिंग उत्खनन पूर्ण हो चुका है।
भौतिक प्रगति: 68.40% (सितम्बर’2024 तक)

वित्तीय प्रगति:सितंबर’ 2024 तक वीपीएचईपी पर 4056.80 करोड़ रूपये व्यय किए गए।
कमीशनिंग कार्यक्रम: प्रथम इकाई को मार्च’2026 तक चालू करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।