झेलम तमक जल विद्युत परियोजना (108मे.वा.)रन ऑफ द रिवर परियोजना है, जो अलकनंदा की एक बड़ी सहायक नदी धौलीगंगा नदी पर स्थित है एवं उत्तराखण्ड के चमोली जिले में जोशीमठ से 52 किमी की दूरी पर झेलम एवं डुगटू गांव के निकट स्थित है ।
108 मे.वा. की संस्थापित क्षमता के साथ अद्यतन डीपीआर जांच करने हेतु सीईए को 04.12.2012 को प्रस्तुत की गई ।
अगस्त, 2013 में माननीय उच्च न्यायालय(एससी) ने केन्द्र एवं उत्तराखण्ड सरकार को उत्तराखण्ड राज्य में किसी भी जल विद्युत परियोजना हेतु अग्रिम आदेशों तक पर्यावरण मंजूरी/वन मंजूरी की अनुमति प्रदान न करने हेतु निर्देश जारी किए ।
सीईए के दिनांक 02.11.2018 के पत्र के संदर्भ में 10.10.2018 की गजट अधिसूचना के अनुसार ई- प्रवाह पर विचार करते हुए झेलम तमक एचईपी का पुनरीक्षित विद्युत क्षमता अध्ययन दिनांक 22.01.2019 के पत्र के माध्यम से सीईए को प्रस्तुत किया गया ।
सीईए ने दिनांक 08.08.2019 के पत्र के माध्यम से निम्नानुसार सूचित किया है :-
दिनांक 08.10.2018 की गजट अधिसूचना में अधिसूचित अनुसार जारी पुनरीक्षित ई- फ्लो को मध्यनजर रखते हुए परियोजना 108 मे.वा. की संस्थापित क्षमता के लिए व्यवहार्य नहीं है, जिसे घटाया जाना है । परियोजना सर्वोच्च न्यायालय के विचाराधीन 24 एचईपी की सूची में शामिल है तथा परियोजना का भविष्य माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय पर निर्भर करेगा ।
झेलम तमक एचईपी(3x36 मे.वा.) की डीपीआर वापस की हुई समझी जाए तथा इस तिथि तक जारी सभी मंजूरियां रद्द कर दी गई हैं।
सीईए द्वारा जनवरी, 2015 में जारी नए दिशानिर्देशों नामत: एचई योजना की डीपीआर तैयार करने, अनुमति हेतु उनकी स्वीकृति के संबंध में दिशानिर्देशों के अनुसार डीपीआर को पुन: प्रस्तुत किया जा सकता है।
जल विद्युत क्रय दायित्व (एचपीओ) प्रक्षेपवक्र की स्थिति की समीक्षा के लिए 03.01.2019 को सीईए में आयोजित मुख्य अभियंता (एचपीपी एंड आई) की अध्यक्षता में हुई बैठक के संदर्भ में, वांछित 'विद्युत क्षमता अध्ययन और झेलम तमक एचईपी का आर्थिक मूल्यांकन' दिनांक 11.03.2020 के पत्र के माध्यम से निदेशक (एचपीपी एंड आई), सीईए को प्रस्तुत किया गया था।
परियोजना माननीय सर्वोच्च न्यायालय के विचाराधीन 24 एचईपी की सूची में शामिल है तथा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की प्रतीक्षा है ।
The project is included in the list of 24 HEPs under review by Hon’ble Supreme Court and decision of Hon’ble court is awaited.
सार्वजनिक सुनवाई के लिए जेटीएचईपी ड्राफ्ट ईआईए/ईएमपी रिपोर्ट