टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय परियोजना – 444 MW विष्णुगाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के अलकनंदा पुरम कैंपस में दिनांक 17-01-2024 और दिनांक 18-01-2024 को दो दिवसीय हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारत सरकार के राजभाषा विभाग के निर्देशानुशार हर वर्ष चार हिन्दी कार्यशाल आयोजित करना है। इसी क्रम में वीपीएचईपी के मानव संसाधन और प्रशासन विभाग द्वारा दो दिवसीय हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें परियोजना के विभिन्न विभाग के नामित अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भाग किया। कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में टीएचडीसीआईएल के सेवानिवृत उप प्रबंधक श्री डी.एस. रावत सामिल हुए। कार्यशाला में सभी प्रतिभागी अधिकारी एवं कर्मचारियों को राजभाषा ने नियमों एवं दिशा निर्देशों की जानकारी दी गई और उन्हें राज्यभाषा हिन्दी में कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया। इस अवसर पर वीपीएचईपी के परियोजना प्रमुख व मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) श्री अजय वर्मा ने परियोजना के समस्त विभागाध्यक्ष एवं प्रशिक्षक के साथ दीप प्रज्वलित करके कार्यशाला का शुभारंभ किया। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि असरदार संवाद के लिए ज़रूरी है कि हम अपनी मातृभाषा का ज़्यादा से ज़्यादा उपयोग करें। चुकी हमारी परियोजना राजभाषा क्षेत्र “क” में आती है, इसलिए हम लोग को अधिकतम संवाद हिन्दी भाषा में करना चाहिए। हमें राजभाषा विभाग के द्वारा निर्धारित लक्ष्य को 100 प्रतिशत तक प्राप्त करना है। प्रशिक्षक के रूप में सामिल हुए हिन्दी भाषा में एम.फ़िल एवं एक कुशल हिन्दी अनुवादक श्री डी.एस. रावत ने प्रतिभागियों को विस्तार से राजभाषा हेतु संवैधानिक प्रावधान, राजभाषा अधिनियम 1963, राष्ट्रपति के आदेश 1960, राजभाषा संकल्प 1968 एवं राजभाषा नियम 1976 के बारे में बताया। इस दो दिवसीय कार्यशाला में कुल 32 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिसमें श्री वीडी भट्ट (वरी. प्रबंधक, मानव संसाधन एवं प्रशासन विभाग), श्री महेंद्र सिंह (प्रबंधक), श्री वाईएस चौहान (उप प्रबंधक), श्री कुंदन सिंह मेहता (प्रबंधक), श्री दौलत सिंह मखलोगा (अधिकारी), श्री अविनाश कुमार (कार्यपालक), श्री नवीन कुमार वर्मा (कार्यपालक), आदि सामिल थे।