मनमोहक परिदृश्यों के बीच बसे पीपलकोटी के शांत शहर में, 13 अगस्त को मुसीबतों का पहाड़ टूट गया। अचानक बादल फटने की घटना से यहां अत्यधिक तबाही हुई, जिससे यहां के निवासियों का जीवन बाधित हो गया। इस आपदा के बाद भारी बारिश और लगातार भूस्खलन हुआ जिसने घरों, सड़कों और लोगों को बहा ले गया। सड़के टूटने व् उसपर मलवा जमा हो जाने के कारण, यहाँ के स्थानीय लोगों का बाहरी दुनिया से सम्पर्क टूट गया और जल आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। इस प्राकृतिक आपदा में घायल लोगों को स्वास्थ्य सेवा और दवाइयों की जरूरत थी। चुनौतियाँ बड़ी थीं और भौतिक रूप से कई बाधाएँ थे। हालाँकि, प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए, वीपीएचईपी आशा और जिम्मेदारी की किरण बनकर उभरा। महाप्रबंधक महोदय (सिविल एवं एच. एम) श्री अजय वर्मा, सामाजिक एवं पर्यावरण विभाग के अपर-महाप्रबंधक जे. एस बिष्ट और पावर हाउस & टीबीएम विभाग के अपर-महाप्रबंधक श्री के. पी. सिंह ने खुद योजना प्रभावित गावों में जाकर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया और समाज के प्रति सेवा की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, निगम ने स्थिति से निपटने के लिए महाप्रबंधक (सिवल & एच. एम) के निगरानी में त्वरित और सक्रिय कार्रवाई की। पीपलकोटी को तेंदुली पुल से जोड़ने वाली सड़क को चालू करवाया इस आपदा से बाधित हुई सड़कों में, एक महत्वपूर्ण सड़क वह भी शामिल थी जो पीपलकोटी को तेंदुली पुल से जोड़ती है। वीपीएचईपी की दूरदर्शी टीम द्वारा सावधानीपूर्वक निर्मित यह सड़क, तीन पड़ोसी ग्राम पंचायतों के लोगों के लिए मानों जीवन रेखा है। यह सड़क वो एक सूत्र है जो 20 से 25 गांवों को पीपलकोटी शहर व् बद्रीनाथ राष्ट्रीय मार्ग-58 से जोड़ता है। जैसे ही भूस्खलन के करण सड़क बंद हुआ। इन बस्तियों में रहने वाले 2000 से अधिक ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया - उनका संपर्क पीपलकोटी से टूट गया। परियोजना की जेसीबी मशीन व् अन्य संसाधन के साथ कर्मचारी सड़क पर गिरे मलबे को साफ करने के लिए सक्रिय हो गईं। VPHEP के प्रयासों यह महत्वपूर्ण सड़क फिर से वाहनों के आवाजाही के लिए शुरू हो चुकी है। योजना प्रभावित गावों में वीपीएचईपी ने टैंकरों से पहुंचाई पेयजल और लगाई प्राथमिक स्वास्थ्य शिविर भारी बारिश और लगातार भूस्खलन से जान-माल की छति तो हुई ही, इसके साथ परियोजना के आस-पास के गावों में जल आपूर्ति बाधित हो गई। इससे पेयजल की गंभीर संकट पैदा हो गई। इस आपातकाल स्थिति में वीपीएचईपी ने अपने टैंकरों से तत्काल प्रभाव से दुर्गापुर (कैम्प), मायापुर, पिपलकोटी, गडोरा, गढ़ी, अबथला, धर्मशाला काली-कमली, दसवाना, अलदाना, आदि गावों में पेयजल की आपूर्ति कारवाई। इसके साथ आपदा मे घायल हुए व्यक्तियों को ईलाज व् दवाई के लिए वीपीएचईपी ने इन गावों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर निशुल्क ईलाज और दवाई की व्यवस्था की।

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