परियोजना की संस्थापित क्षमता 63 मेगावाट है। इसमें 30 पवन टरबाइन जेनरेटर (डब्ल्यूटीजी) है जिनकी प्रत्येक की क्षमता 2.1 मेगावाट हैं। ये 30 डब्ल्यूटीजी सात गांवों, नामत: जाम्पर, कोटादिया, फोट, कंर्डोना, गुंडाला, गुंडा और बजाना में स्थापित किए गए हैं जो देवभूमि द्वारका, गुजरात के भनवाड़ और कंर्डोना विंडफार्म्स में अवस्थित हैं। यह राजकोट से लगभग 190 कि.मी. और अहमदाबाद से 410 कि.मी.की दूरी पर स्थित है।
परियोजना की कमीशनिंग: दिनांक 31.03.2017 को परियोजना की कमीशन की गई है। परियोजना से अपेक्षित वार्षिक ऊर्जा उत्पादन (एईपी) 26.27% सीयूएफ के साथ 144.9 मियू है। गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जीयूवीएनएल) के साथ परियोजना के लिए बिजली खरीद समझौते (पीपीए) पर 4.19रु प्रति यूनिट की नियत दर से 25 वर्षों के लिए हस्ताक्षर किए गए हैं।
परियोजना को 1 करोड़ प्रति मेगावाट की क्षमता के साथ 0.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (जीबीआई) प्राप्त करने के लिए इरेडा में पंजीकृत किया गया है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की इस योजना के अंतर्गत परियोजना कुल 63 करोड़ की जीबीआई प्राप्त करने की हकदार है।
परियोजना ने चालू होने के बाद से जून'2024 तक कुल 1121.06 मियू ऊर्जा का उत्पादन किया है।