परिचय
विष्णुगाड पीपलकोटी हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (4 x 111 मेगावाट) उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में गंगा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी अलकनंदा नदी पर स्थित है। निकटतम रेलहेड ऋषिकेश (225 किमी) है और निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट, देहरादून (240 किमी) है। इस परियोजना तक ऑल वैदर रोड (राष्ट्रीय राजमार्ग 58) से पहुंचा जा सकता है। परियोजना में 237 मीटर के सकल शीर्ष का उपयोग करते हुए विद्युत उत्पादन के लिए अलकनंदा नदी पर 65 मीटर ऊंचाई के डायवर्जन बांध के निर्माण के साथ नदी के प्रवाह की योजना की परिकल्पना की गई है। जलाशय की सकल भंडारण क्षमता 3.63 मिलियन घन मीटर होगी, जिसमें से 2.47 मिलियन घन मीटर सक्रिय भंडारण होगा। 10.50 मीटर व्यास की डायवर्जन टनल निर्माण अवधि के दौरान 725 क्यूमेक तक डिस्चार्ज को डायवर्ट करेगा। वाटर कंडक्टर सिस्टम में 03 इंटेक टनल, 03 भूमिगत डी-सिल्टिंग चैंबर्स, एक हेड रेस टनल, एक सर्च शाफ्ट, 02 प्रेशर शाफ्ट 4 पेनस्टॉक्स में बंटे हुए हैं। पावर हाउस में टर्बाइन और ट्रांसफॉर्मर के संस्थापन के लिए दो अलग-अलग भूमिगत कैवर्न्स अर्थात् मशीन हॉल और ट्रांसफॉर्मर हॉल शामिल हैं।
पुनरीक्षित लागत प्राक्कलन
- दिनांक 31.07.2021 को वीपीएचईपी के फरवरी 2019 के मूल्य स्तर पर 3860.35 करोड़ रुपये के आरसीई-1 को अनुमति प्रदान की । सीईए ने दिनांक 21.03.2025 को अतिरिक्त समय को अनुमति प्रदान की है। फरवरी 2025 के मूल्य स्तर पर आरसीई-II तैयार कर ली गई है और अनुमोदन की प्रक्रिया चल रही है।
परियोजना की प्रत्याशित कमीशनिंग
परियोजना को दिसंबर, 2026 तक कमीशन किया जाना प्रत्याशित है।
परियोजना से लाभ
- उत्तरी क्षेत्र में 444 मे.वा. की क्षमता अभिवृद्धि, क्षेत्र में पीकिंग विद्युत की कमी को घटाना
- 1657.09 मि.यू. की परिकल्प ऊर्जा (मशीन उपलब्धता की 95%)
- चमोली/गढ़वाल क्षेत्र में रोजगार, संचार, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, जैव एवं वनस्पति इत्यादि का एकीकृत विकास
- उत्पादित विद्युत में से गृह राज्य उत्तराखण्ड को 13% नि:शुल्क विद्युत दी जाएगी एवं 1% का उपयोग स्थानीय क्षेत्र के विकास के लिए किया जाएगा ।
| दिनांक |
आयोजन |
| 17.11.2023 |
टीबीएम के माध्यम से एचआरटी निर्माण का शुभारंभ |
| 16.11.2023 |
टीबीएम के माध्यम से टीबीएम एंट्री एडिट का समापन |
| 02.04.2018 |
रिवर डायवर्जन |
| 17.10.2014 |
ईएम कार्यो हेतु ईपीसी संविदा मैसर्स बीएचईएल को अवार्ड की गई |
| 05.04.2014 |
कार्य अनुमति की प्राप्ति |
| 05.04.2014 |
कार्य अनुमति की प्राप्ति |
| 19.12.2013 |
पेनेस्टोक स्टील लाईनर सहित सिविल कार्यो एवं एचएम उपस्कर कार्यो हेतु ईपीसी संविदा मैसर्स एचसीसी लि. को अवार्ड की गई । |
| 06.12.2013 |
परियोजना के लिए महत्वपूर्ण भूमि का अधिग्रहण |
| 28.05.2013 |
चरण – II की वन मंजूरी की प्राप्ति |
| 20.12.2012 |
वन्य जीव मंजूरी की प्राप्ति |
| 03.06.2011 |
चरण – I की वन मंजूरी की प्राप्ति |
| 01.01.2009 |
वन क्षेत्र की भूमि के लिए प्रस्ताव जमा करना |
| 22.08.2007 |
पर्यावरण मंजूरी की प्राप्ति |
| 21.08.2008 |
सीसीईए अनुमोदन / निवेश अनुमोदन |
| 10.04.2007 |
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मंजूरी की प्राप्ति |
| 26.02.2007 |
पीआईबी/ईएफसी प्रस्ताव अनुमोदन |
| 03.08.2024 |
सर्विस बे में ईओटी का निर्माण पूर्ण हो गया है। |
| 01.11.2024 |
टीआरटी लाइनिंग कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। |
| 20.11.2024 |
यूनिट-1 में डीटी लाइनर का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। |
| 16.01.2025 |
यूनिट-2 में डीटी लाइनर का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया। |
| 22.02.2025 |
ईओटी क्रेन का यूनिट-1 तक विस्तार |
परियोजना लागत को 70:30 के ऋण इक्विटी अनुपात के साथ वित्त पोषित किया जाना है। परियोजना लागत के ऋण हिस्से (70%) के वित्तपोषण के लिए, कंपनी ने विश्व बैंक के साथ 648 मिलियन अमेरिकी डॉलर का वित्तीय समझौता किया था। हालाँकि, टीएचडीसीआईएल के अनुरोध पर, विश्व बैंक ने 27.06.2019 को प्रत्येक 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर की आंशिक ऋण आय रद्द कर दी है। इस परियोजना के लिए ऋण राशि अब 448 मिलियन अमेरिकी डॉलर है।
नवीनतम अद्यतन 23/6/2025 किया गया ।