टीएचडीसीआईएल की पहली 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना केरल के कासरगोड जिले में स्थित है। यह कर्नाटक के मैंगलोर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 50 किलोमीटर और केरल राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 575 किलोमीटर उत्तर में स्थित है।
भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) ने 50 मेगावाट सौर पीवी परियोजनाओं की स्थापना के लिए दिनांक 13.02.2015 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
केरल के कासरगोड जिले में 50 मेगावाट सौर परियोजना के विकास के लिए एसईसीआई, केरल राज्य विद्युत बोर्ड (केएसईबी) और टीएचडीसीआईएल के मध्य 31.03.2015 को त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। दिनांक 07.02.2019 को टीएचडीसीआईएल और केरल नवीकरणीय ऊर्जा कॉरपोरेशन लिमिटेड (आरपीसीकेएल) के मध्‍य भूमि उपयोग समझौते और कार्यान्वयन समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
केरल राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड (केएसईबी) और टीएचडीसीआईएल के मध्‍य दिनांक 11.08.2022 को विद्युत क्रय समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। केरल राज्य विद्युत नियामक आयोग (केएसईआरसी) द्वारा टैरिफ को परियोजना के लिए चालू होने की तिथि यानी दिनांक 31.12.2020 से 25 वर्षों के लिए 3.10 रुपये/किलोवाट घंटा के स्तरीकृत टैरिफ दर से अनुमोदित किया गया है।

परियोजना की कमीशनिंग :- परियोजना को दिनांक 31.12.2020 को ग्रिड से सिंक्रोनाइज़ एवं कमीशन किया गया एवं 31.12.2020 से ही परियोजना का वाणिज्यिक प्रचालन(सीओडी) प्रारंभ किया गया। देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिनांक 19.02.2021 को परियोजना का उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया गया। परियोजना ने वर्ष 2021 में मई माह से पूर्ण क्षमता के साथ विद्युत का उत्पादन शुरू कर दिया था। ‘’ परियोजना से 0.7% वार्षिक कमी एवं 23% सीयूएफ के साथ अपेक्षित वार्षिक विद्युत उत्पादन (एईपी) 100.56 मिलियन यूनिट है ।"