दिनांक 16 सितंबर 2024 को, टीएचडीसी के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित विष्णुगाड – पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी) में हिंदी पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम 14 सितंबर 2024 से 30 सितंबर 2024 तक चलेगा। परियोजना प्रमुख एवं मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) श्री अजय वर्मा ने परियोजना के समस्त विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर श्री अजय वर्मा, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) के साथ कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें श्री जे.एस. बिष्ट, अपर महाप्रबंधक-प्रभारी (मैकेनिकल, सामा. एवं पर्या.); श्री के.पी. सिंह, अपर महाप्रबंधक-प्रभारी (टीबीएम); श्री पी.एस. रावत, अपर महाप्रबंधक-प्रभारी (पावर हाउस); श्री आर.पी. मिश्रा, अपर महाप्रबंधक-प्रभारी (बाँध); श्री बी.एस. पुन्दीर, अपर महाप्रबंधक (नियोजन); श्री अनूप कुमार श्रीवास्तव, अपर महाप्रबंधक (वित्त); श्री शरद चन्द्र भट्ट, उप महाप्रबंधक (गुणवत्ता नियंत्रण); श्री आर.एस. मखलोगा, जल यांत्रिक; और श्री वाई.एस. चौहान, प्रबंधक (मा.सं. एवं प्रशा.) शामिल थे।
इसके साथ ही मानव संसाधन एवं प्रशासन विभाग के हिंदी अनुभाग की ओर से वीपीएचईपी के राजभाषा नोडल अधिकारी, श्री अविनाश कुमार (सहायक प्रबंधक, जनसंपर्क); श्री गिरीश प्रसाद घिल्डियाल (कनिष्ठ अधिकारी, हिंदी); एवं समस्त विभाग के राजभाषा नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर श्री अजय वर्मा ने टीएचडीसी परिवार के सभी सदस्यों को निगम को राजभाषा कृति पुरस्कार (प्रथम पुरस्कार) मिलने की बधाई दी। उन्होंने हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी कर्मचारियों को हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है और इसका सम्मान और प्रचार-प्रसार करना न सिर्फ हमारा कर्तव्य है, बल्कि एक संवैधानिक जिम्मेदारी भी है। इसके साथ ही उन्होंने हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित किये जाने वाले सभी कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने के लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रेरित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में सभी गण्यमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए परियोजना के राजभाषा नोडल अधिकारी श्री अविनाश कुमार ने हिंदी पखवाड़ा के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं की विस्तृत जानकारी दी। पखवाड़ा के दौरान निबंध लेखन, कविता पाठ, नोटिंग ड्राफ्टिंग, राजभाषा सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, और हिंदी कार्यशालाएं आयोजित होंगी। इसके साथ ही परियोजना में हिंदी में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले विभाग, विभागाध्यक्षों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी सम्मानित किया जाएगा। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य कर्मचारियों में हिंदी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके प्रयोग को प्रोत्साहित करना है।