भौतिक प्रगति:
बांध का उत्खनन: लगभग 97% उत्खनन कार्य पूर्ण हो चुका है। सभी पांच ब्लॉकों में बांध कंक्रीटिंग का कार्य प्रगति पर है।  
डी-सिल्टिंग चैंबर: उत्खनन का कार्य पहले से ही पूर्ण हो चुका है और सभी 3 डीसी में लगभग 81% लाइनिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष लाइनिंग का कार्य फरवरी, 2026 तक पूर्ण किया जाना है।
डीबीएम द्वारा एचआरटी (1.8 किमी ): 80.50% उत्खनन कार्य पूर्ण हो चुका है। ओवर्ट लाइनिंग का कार्य लगभग 977 मीटर लंबाई तक पूर्ण हो चुका है।
टीबीएम प्रचालन (11.15 किमी.): अप्रैल, 2026 के निर्धारित लक्ष्‍य के साथ टीबीएम के माध्यम से कुल 5865 मीटर एचआरटी का निर्माण किया जा चुका है।
मशीन हॉल : यूनिट-1 में, स्‍पाइरल केसिंग का निर्माण कार्य प्रगति पर है। सर्विस बे में यूनिट-1 के रोटर की असेंबली का कार्य प्रगति पर है। यूनिट-2 में, क्रेन बीम की कास्टिंग का कार्य प्रगति पर है।  यूनिट-3 एवं 4 के पिट और सम्‍प की खुदाई पूर्ण हो गई है और यूनिट-3 में, एम.आई.वी. फर्श की राफ्ट फांउडेशन के उपरांत, क्रेन बीम के यू/एस कॉलम की कंक्रीटिंग प्रारम्‍भ कर दी गई है। 
ट्रांसफार्मर हॉल: यूनिट-1 में, यू/एस एवं डी/एस दोनों क्रेन बीम की कास्टिंग का कार्य पूर्ण हो गया है, तथा अग्रिम ईओटी निर्माण कार्य के लिए फ्रंट को ईएम को सौंप दिया गया है। अन्य यूनिटों में अग्रिम शेष जीआईएस स्लैब कॉलम की कास्टिंग एवं फर्श कंक्रीटिंग का कार्य प्रगति पर है।
टीआरटी (कुल 3.04 किमी.): लगभग 88.90% शीर्ष (2706 मीटर) एवं 20.70% बेंचिंग (630 मीटर) उत्खनन का कार्य पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य प्रगति पर है। ओवर्ट लाइनिंग लगभग 477 मीटर तक पूर्ण हो चुकी है और शेष प्रगति पर है।
भौतिक प्रगति: 70.50% (मई, 2025 तक) 

कमीशनिंग कार्यक्रम: प्रथम यूनिट को अक्टूबर 2026 तक कमीशन करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।