टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी), पीपलकोटी के जनसंपर्क विभाग द्वारा एक दिवसीय औद्योगिक/शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया, जिसमें नरेंद्र सिंह भंडारी राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के यांत्रिक, सिविल और विद्युत शाखा के अंतिम वर्ष के 54 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को कक्षा में प्राप्त सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक परियोजना स्थल पर व्यावहारिक रूप से देखने और समझने का अवसर प्रदान करना था। प्रतिभागियों को परियोजना अधिकारियों से सीधा संवाद करने, तकनीकी स्थलों का अवलोकन करने और परियोजना से जुड़े सामाजिक व पर्यावरणीय पहलुओं को जानने का मौका मिला।
परियोजना प्रमुख एवं मुख्य महाप्रबंधक श्री अजय वर्मा ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विद्यार्थियों का स्वागत किया। उनके साथ श्री के. पी. सिंह, महाप्रबंधक (टीबीएम) भी उपस्थित रहे। श्री वर्मा ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा, “यह केवल एक औद्योगिक भ्रमण नहीं, बल्कि एक अवसर है—अपने ज्ञान को राष्ट्र निर्माण से जोड़ने का। आप खुलकर प्रश्न पूछें, गहराई से निरीक्षण करें और इस अनुभव को अपने भविष्य के करियर में साथ लेकर जाएं।”
विद्यार्थियों के लिए परियोजना से जुड़े अधिकारियों द्वारा तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनमें शामिल रहे - श्री राजू मौर्य (उप प्रबंधक, टीबीएम), श्री अखंड प्रताप सिंह (उप प्रबंधक, सीओ), श्री गौरव भट्ट (उप प्रबंधक, पावर हाउस), श्री अविनाश कुमार (सहायक प्रबंधक, जनसंपर्क), श्री पंकज दिवाकर (सहायक प्रबंधक, टीबीएम), श्री मोहम्मद मुस्सा (फील्ड अधिकारी, भू-विज्ञान), सुश्री अभिजिता साहू (फील्ड अधिकारी, सामाजिक) और श्री धीरज अधिकारी (फील्ड अधिकारी, पर्यावरण). इन वक्तओं ने अपने सत्र में प्रेजेंटेशन, वीडियो और स्थल भ्रमण के माध्यम से छात्रों को टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम), पावर हाउस लेआउट, भूगर्भीय परीक्षण, पर्यावरणीय अनुपालन और सामाजिक समन्वय जैसे विविध विषयों की जानकारी दी गई। विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सुरक्षा विभाग ने समुचित प्रबंध किए, वहीं योजना एवं आईटी विभागों का सहयोग इस आयोजन को सफल बनाने में अत्यंत सराहनीय रहा।
ऐसे कार्यक्रम दोहरी भूमिका निभाते हैं—ये न केवल युवाओं को जमीनी तकनीकी चुनौतियों से अवगत कराते हैं, बल्कि जलविद्युत परियोजनाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण भी विकसित करते हैं। सार्वजनिक उपक्रम के रूप में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड का यह प्रयास पारदर्शिता, जनभागीदारी और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विद्यार्थियों ने इस अनुभव को अत्यंत उपयोगी बताया और परियोजना के अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस भ्रमण ने उनकी पुस्तकीय समझ को व्यावहारिक रूप से मजबूत किया है।

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