श्री राजीव कुमार विश्नोई ने दिनांक 06.08.2021 से टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व, श्री विश्नोई दिनांक 01.09.2019 से टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक (तकनीकी) की जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे थे । आपने यह रेखांकित किया कि टीएचडीसीआईएल को गतिशील समकालीन विद्युत परिदृश्य में विद्युत क्षेत्र की एक समयोचित/अनुभवी कंपनी के रूप में परिवर्तित करना उनकी पहली और सर्वोच्च प्राथमिकता होगी । आपने प्रचालनात्मक के साथ-साथ निर्माणाधीन परियोजनाओं में संस्थागत नूतन हस्तक्षेपों को बढावा देने पर भी बल दिया ।

श्री विश्नोई को हाइड्रो पावर स्ट्रक्चर के डिजाइन, अभियांत्रिकी एवं निर्माण में 37 वर्षों से भी अधिक का व्यापक अनुभव है । आप वर्ष 1989 में अभियंता के रूप में टीएचडीसी में शामिल हुए और विभिन्न पदों पर कार्य किया और वर्ष 2013 में आप महाप्रबंधक के स्तर पर पदोन्नत हुए और इसके बाद वर्ष 2016 में आप कार्यपालक निदेशक के रूप में पदोन्नत हुए । डिजाइन विभाग के प्रमुख के साथ-साथ आपने विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी) 444 मेगावाट के कार्यपालक निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला। टिहरी, कोटेश्वर और विष्णुगाड़ पीपलकोटी जलविद्युत परियोजनाओं में कार्य करते हुए आपने विभिन्न प्रतिष्ठित उपलब्धियां हासिल की हैं ।

श्री विश्नोई, बिट्स पिलानी से सिविल अभियांत्रिकी में ऑनर्स ग्रेजुएट हैं और आपके पास एमबीए की योग्यता भी है और आपने मास्को विश्वविद्यालय रूस से हाइड्रोलिक स्ट्रक्चर्स एवं हाइड्रो पावर कंस्ट्रक्शन के डिजाइन एवं निर्माण में प्रोफेशनल अपग्रेडेशन कार्यक्रम में भी भाग लिया है । आप, इंटरनेशनल कमीशन ऑन लार्ज डैम (आइकोल्ड) की बांधों की भूकंपीय सुरक्षा पर बनी तकनीकी समिति में वर्तमान में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं ।

आपने स्पोकेन (यूएस), वांशिंगटन डीसी (यूएस), पीटर्सबर्ग (रूस), चेंगुडु (चीन), बीजिंग (चीन), पोर्टो केर्रेस (ग्रीस), एंटेल्या (टर्की), ओट्टावा (कनाडा), सिंगापुर और नेपाल जैसे विभिन्न देशों में उल्लेखनीय व्याख्यान भी दिए हैं ।

श्री राजीव कुमार विश्नोई ने दिनांक 06.08.2021 से टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व, श्री विश्नोई दिनांक 01.09.2019 से टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक (तकनीकी) की जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे थे । आपने यह रेखांकित किया कि टीएचडीसीआईएल को गतिशील समकालीन विद्युत परिदृश्य में विद्युत क्षेत्र की एक समयोचित/अनुभवी कंपनी के रूप में परिवर्तित करना उनकी पहली और सर्वोच्च प्राथमिकता होगी । आपने प्रचालनात्मक के साथ-साथ निर्माणाधीन परियोजनाओं में संस्थागत नूतन हस्तक्षेपों को बढावा देने पर भी बल दिया ।

श्री विश्नोई को हाइड्रो पावर स्ट्रक्चर के डिजाइन, अभियांत्रिकी एवं निर्माण में 37 वर्षों से भी अधिक का व्यापक अनुभव है । आप वर्ष 1989 में अभियंता के रूप में टीएचडीसी में शामिल हुए और विभिन्न पदों पर कार्य किया और वर्ष 2013 में आप महाप्रबंधक के स्तर पर पदोन्नत हुए और इसके बाद वर्ष 2016 में आप कार्यपालक निदेशक के रूप में पदोन्नत हुए । डिजाइन विभाग के प्रमुख के साथ-साथ आपने विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी) 444 मेगावाट के कार्यपालक निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला। टिहरी, कोटेश्वर और विष्णुगाड़ पीपलकोटी जलविद्युत परियोजनाओं में कार्य करते हुए आपने विभिन्न प्रतिष्ठित उपलब्धियां हासिल की हैं ।

श्री विश्नोई, बिट्स पिलानी से सिविल अभियांत्रिकी में ऑनर्स ग्रेजुएट हैं और आपके पास एमबीए की योग्यता भी है और आपने मास्को विश्वविद्यालय रूस से हाइड्रोलिक स्ट्रक्चर्स एवं हाइड्रो पावर कंस्ट्रक्शन के डिजाइन एवं निर्माण में प्रोफेशनल अपग्रेडेशन कार्यक्रम में भी भाग लिया है । आप, इंटरनेशनल कमीशन ऑन लार्ज डैम (आइकोल्ड) की बांधों की भूकंपीय सुरक्षा पर बनी तकनीकी समिति में वर्तमान में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं ।

आपने स्पोकेन (यूएस), वांशिंगटन डीसी (यूएस), पीटर्सबर्ग (रूस), चेंगुडु (चीन), बीजिंग (चीन), पोर्टो केर्रेस (ग्रीस), एंटेल्या (टर्की), ओट्टावा (कनाडा), सिंगापुर और नेपाल जैसे विभिन्न देशों में उल्लेखनीय व्याख्यान भी दिए हैं ।