टीएचडीसी इंडिया लि. के कारपोरेट कार्यालय ऋषिकेश में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, हरिद्वार के ऋषिकेश एवं पर्वतीय क्षेत्र में स्थित सदस्य संस्थानों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए 10 जूलाई , 2023 को हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला का शुभारंभ टीएचडीसी इंडिया लि. के मुख्य महाप्रबंधक (मा.सं. एवं प्रशासन), श्री वीर सिंह, टीएचडीसी के अपर महाप्रबंधक (मा.सं. एवं प्रशा.), श्री ईश्वरदत्त तिग्गा की उपस्थिति में हुआ। कार्यशाला में व्याख्यान देने के लिए मुख्य संकाय सदस्य, बीएचईएल हरिद्वार के उप महाप्रबंधक (राजभाषा), श्री हरीश बगवार को आमंत्रित किया गया था। सर्वप्रथम टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के उप प्रबंधक(राजभाषा) एवं नराकास हरिद्वार के सचिव, श्री पंकज कुमार शर्मा ने कार्यक्रम के अध्यक्ष, संकाय सदस्य एवं कार्यशाला में प्रतिभागिता कर रहे नराकास हरिद्वार के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का स्वागत किया। उद्घाटन अवसर पर प्रमुख अतिथियों का स्वागत पुष्प एवं पुस्तक भेंट कर किया गया। श्री ईश्वरदत्त तिग्गा, अपर महाप्रबंधक (मा.सं. एवं प्रशासन) ने अपने संबोधन में कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि इस कार्यशाला के माध्यम से हमें ऋषिकेश स्थित सदस्य संस्थानों के अधिकारियों व कर्मचारियों के आतिथ्य का अवसर प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्य महाप्रबंधक(मा.सं.एवं प्रशा.) ने जर्मनी के प्रसिद्ध लेखक एवं साहित्यकार मार्टिन लूथर के व्यक्तव्य ‘’हिंदी सीखे बिना भारतीयों के दिल तक नहीं पहुंचा जा सकता’’ का उदाहरण देते हुए कहा कि जब विदेशी लोग हिंदी के प्रति विचार इस प्रकार के विचार रखते हैं तो हमें भी बिना हिचक इसका सम्मान करते हुए इसे अपने समस्त सरकारी कामकाज में प्रयुक्त करना चाहिए। कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्री हरीश बगवार ने अपने व्याख्यान में भारत सरकार की राजभाषा नीति एवं संवैधानिक प्रावधानों पर सभी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। लंच के बाद के सत्र में टीएचडीसी के उप प्रबंधक(राजभाषा), श्री पंकज कुमार शर्मा ने प्रतिभागियों को नोटिंग एवं ड्राफ्टिंग की अभ्यास कराया। कार्यशाला में टीएचडीसी इंडिया लि., ऋषिकेश के साथ-साथ नराकास हरिद्वार के सदस्य संस्थानों के कुल मिलाकर 30 कर्मचारियों ने प्रतिभागिता की। प्रतिभागियों को हिंदी की साहित्यिक पुस्तकें भी वितरित की गई।